बिरहोर समुदाय के लोगों ने सीबी माइंस प्रबंधन पर उठाए सवाल!!
केरेडारी : प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत चट्टी बरियातू पंचायत के पगार गांव के बिरहोर टोला निवासी किरण बिरहोर उम्र दस वर्ष पिता बीरु बिरहोर की मौत 28 फरवरी की रात में हो गई! इस संदर्भ में मृत बच्ची के पिता बीरु बिरहोर और सोहराय बिरहोर ने कहा कि किरण माइंस से उड़ रहे धूल गर्दा से किरण बीमार पड़ गई इलाज़ के लिए केरेडारी स्वास्थ केंद्र ले गए जहां उचित ईलाज का व्यवस्था नहीं होने से वापस लौट गए फिर किरण की मौत हो गई.
वहीं बिरहोर टोला के वार्ड सदस्य ममता ने बताया कि माइंस हमलोग के कालोनी के एक दम पास में है! जिस कारण रात दिन कोयला का गर्दा उड़ते रहता है उड़ते गर्दा से सब लोग प्रदूषण का शिकार हो कर बीमार पड़ रहें हैं! साथ हीं जब से चट्टी बरियातू कोल माइंस खुला है तब से बड़ा बड़ा ब्लास्टिंग कोयला निकालने के लिए किया जाता है जोरदार धमाका से भी लोग बीमार पड़ रहें हैं! वहीं ग्रामीण सुमंती बिरहोर ने कहा कि माइंस नजदीक होने के कारण जोरदार ब्लास्टिंग से और कोयला के उड़ते गर्दा से बिरहोर परीवार के कई लोग बीमार पड़ रहें हैं जिनका कभी सुधि एनटीपीसी चट्टी बरियातू प्रबंधन द्वारा नही लिया गया.
क्या कहते है मुखिया झरी लाल महतो
दस वर्षीय किरण बिरहोर के मौत पर जायजा लेने बिरहोर क्लोनी पहुंचे चट्टी बरियातू पंचायत के झरी लाल महतो ने कहा कि घटना दुखद है जब से चट्टी बरियातू कोल माइंस संचालित है तब से बिरहोर परीवार इफेक्टेड है! सरकार की ओर से कोई शुद्धि लेने वाला नहीं है! ये आदिम जनजाति के परी वारों को माइंस क्षेत्र से अन्य किसी बिरहोरों के अनुकूल स्थान पर इनको बसाना चाहिए! ये जन जाति समुदाय के लोग बिलूप्ट होने के कगार पर है! इनके वंश वृद्धि होती रहे और जीवन अनुकूल वातावरण मिले.
क्या कहते हैं क्षेत्र के लोग
उपरोक्त उपरोक्त घटना क्रम पर क्षेत्र के लोगों ने कहा की चट्टी बरियातू कोल माइंस खुले वर्षों बीत रहे हैं लेकिन एनटीपीसी चट्टी बरियातू माइंस प्रबंधन द्वारा बिरहोर परिवारों को माइंस क्षेत्र से बाहर बसाने का उचित पहल नहीं किया जा रहा है! समय रहते आदिम जनजाति बिरहोर परिवारों को माइंस क्षेत्र से बाहर उनके सुरक्षित वातावरण में नहीं बसाया गया तो आदिम जनजाति परिवारों का दुखद अंत तय है.